विवाह न हो रहा तो अपनाएं यह उपाय | jaldi-shadi ke upay
2. कुण्डली के आधार पर शीघ्र विवाह हेतु टोटके
तुरंत शादी के उपाय के सामान्य टोटके
1. विवाह में विलम्ब से पीड़ित व्यक्ति को गुरुवार को पीले वस्त्र और शुक्रवार को श्वेत वस्त्र अवश्य धारण करना चाहिए। कुछ ही माह में शुभ परिणाम प्राप्त होगा।
2.बड़ के पत्ते पर शीघ्र विवाह की कामना को बड़ के दूध से लिखें और उसे नदी अथवा जलाशय में प्रवाहित कर दें। ऐसा सात गुरुवार तक सायंकाल करें।
3. सोमवार के दिन शिव मंदिर में जाकर. विवाहाकांक्षी बालिका को माँ पार्वती का शृंगार करना चाहिए तथा शिव और पार्वती के मध्य कलावे से गठजोड़ा बाँधना चाहिए। ऐसा 16 सोमवार तक करना चाहिए ।
4. मंगलवार के दिन लाल तथा शनिवार के दिन काले वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए।
कुण्डली के आधार पर शीघ्र विवाह हेतु टोटके
ज्योतिषीय दृष्टि से जातक का विवाह उसकी
कुण्डली में विवाह योग बनने पर होता है। विवाह योग गोचर एवं महादशाअन्तर्दशा के
आधार पर बनता है।
जन्म कुण्डली में विवाह कारक ग्रहों की दुर्बलता, दूषित स्थिति में बैठना अथवा पापग्रहों से युत अथवा दृष्ट होना, सप्तम भाव अथवा सप्तमेश का पापकर्तरि योग में विद्यमान होना, सप्तम भाव का पाप ग्रहों से संबंध होना आदि कारण विवाह में विलम्ब के लिए उत्तरदायी होते हैं। ऐसे जातकों का विवाह विलम्ब से होता है अथवा उन्हें दाम्पत्य सुख की प्राप्ति नहीं होती है। मंगल, शनि, राहु एवं सूर्य ज्योतिष में पाप ग्रह माने जाते हैं। ये ग्रह ही विवाह में विलम्ब के आधारभूत कारक होते हैं।
मांगलिक लड़के या लड़की की शादी के उपाय
मंगल विवाह में विलम्ब का महत्वपूर्ण कारक होता है। जिन जातकों की कुंडली में मंगल दोष होता है उनका विवाह विलम्ब में ही होता है। ऐसे जातक को शीघ्र विवाह के लिए हनुमानजी से संबंधित निम्नलिखित टोटका अवश्य करना चाहिए :
आवश्यक सामग्री :
विधि :
शुक्लपक्ष के मंगलवार की दोपहर में विवाह के विलम्ब से पीड़ित विवाहाकांक्षी व्यक्ति (स्त्री अथवा पुरुष) को -स्नान आदि से निवृत्त होकर हनुमानजी के मंदिर में जाना चाहिए। वहाँ सिन्दूर एवं चमेली के तेल का दान करें। हनुमानजी के समक्ष विवाह संबंध होने से पूर्व किसी एक वस्त्र के जैसे : पुत्र के विवाह के उपाय में लाल रंग का शर्ट अथवा लाल रंग की पेंट अथवा लाल रंग का रूमाल तथा कन्या के विवाह के लिए उपाय में लाल रंग की सलवार इत्यादि को नहीं पहनने की प्रतिज्ञा जानी चाहिए। मंदिर के बाहर बैठे हुए भिखारी आदि को साथ लाए लाल वस्त्र का दान करना चाहिए। यह प्रयोग आगामी सात मंगलवार तक करना चाहिए।शनि के कारण विवाह में विलम्ब
शनि वैराग्य एवं उदासीनता का कारक. शनि यह विवाह विलम्ब का दूसरा महत्त्वपूर्ण कारक ग्रह है। यदि
सप्तम भाव अथवा सप्तमेश से शनि का संबंध बन रहा है, तो जातक
विवाह विलम्ब से पीड़ित होता है। ऐसे व्यक्ति को शनि से संबंधित शीघ्र विवाह हेतु
निम्नलिखित टोटके को अवश्य करना चाहिए। ___ आवश्यक
सामग्री : सवा किलो तिल्ली का तेल, 250 ग्राम काले
तिल।
विधि : शनिवार के दिन सायंकाल हनुमानजी के मंदिर में तिल्ली का तेल और शिवजी के मंदिर में काले तिल दान करना चाहिए। शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाना चाहिए तथा वृक्ष के समीप तिल्ली के तेल का दीपक जलाना चाहिए। यह प्रयोग आगामी 11 शनिवार तक करना चाहिए।
राहू के कारण विवाह में विलम्ब :
यदि जन्म कुण्डली में सप्तम भाव एवं
सप्तमेश से इसका संबंध बनने पर. विवाह में विलम्ब का कारक बनता है। राहु से पीड़ित
व्यक्ति को शीघ्र विवाह हेतु चाँदी का कोई आभूषण धारण करना चाहिए। शुक्लपक्ष के
शनिवार को एक नारियल को नदी अथवा जलाशय में प्रवाहित करना चाहिए। यह प्रयोग
सात शनिवार तक करना चाहिए।
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