kundali kaise dekhe | कुंडली कैसे देखे
कुण्डली कैसे देखे ?
आपको
मालूम ही होगा हमारे ज्योतिष शास्त्र का एक अलग ही महत्व है | माना जाता है ज्योतिष
शास्त्र की मदद से हम किसी के भी जीवन का भूत , भविष्य व वर्तमान के बारे में जान
सकते है | यहा मे आपको ज्योतिष शास्त्र की मदद से कुंडली देखना शिखाऊँगा माना जाता
है कुंडली में हर इन्शान के जीवन का रहस्य छिपा होता है | में कुंडली देखने में
एक्सपर्ट तो नही हू पर आपको कुछ चीज़े बताने की कोशिक करूंगा जो मैने किताबो व इन्टरनेट के माध्यम से कुंडली देखने के बारे में सीखी है |
एक बात और हमे यह जान लेना चाहिए कुंडली देखने के बारे में कि कोई भी होनी को नही टाल सकता जो आपके जीवन में लिखा है वो तो होना ही है कुंडली देखने का मतलब ये नही की आप अपना भविष्य बदल लो, वो तो ईस्वर ने लिखा है वो तो होगा ही | बस आप कुंडली देख कर भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओ को जानकार उनके प्रभाव को कम कर सकते है कुंडली हमे मार्गदर्शन देती है जिससे हम कुछ अपनी कमियों को सुधार सकते है
कुण्डली देखने का तरीका –
कुण्डली देखने के लिए सबसे पहले 12 राशियाँ याद होनी चाहिए जो कि इस प्रकार है -
12 राशियाँ-
1. मेष2. वृष
3. मिथुन
4. कर्क
5. सिंह
6. कन्या
7. तुला
8. वृश्चिक
9. धनु
10. मकर
11. कुंभ
12. मीन
कुंडली देखने के लिए आप यह भी समझ ले कुंडली के घरो के बारे में कुंडली में पहला घर या खाना या भाव कौन सा होता है नीचे मैने आपको चित्र में बताने का प्रयास किया है –
उदाहरण-
इस चित्र में आपको कुछ 1-12
तक के नंबर दिखेंगे जो हर कुंडली में होते है | ये जो नंबर होते है ये राशि के
नंबर होते है नाकि कुंडली के भाव, कुंडली का पहला घर या भाव ऊपर से शुरू होता है
जैसा की मैंने चित्र में समझाया है |
उदाहरण के लिए यदि पहले घर में 6 नम्बर है तो इसका मतलब यह हुआ इस घर में 6 नंबर की राशि ( कन्या ) का घर है इसी प्रकार किसी अन्य नंबर के लिखे होने पर उस नंबर की राशि होती है |कुंडली को देखने के लिए हमे हर राशि के गृह स्वामी के बारे में भी पता होना चाहिए
राशि के गृह स्वामी-
राशि स्वामी गृह
1. मेष मंगल
2. वृषभ शुक्र
3. मिथुन बुध
4. कर्क चंद्र
5. सिंह सूर्य
6. कन्या बुध
7. तुला शुक्र
8. वृश्चिक मंगल
9. धनु ब्रहस्पति
10. मकर शनि
11. कुंभ शनि
12. मीन ब्रहस्पति
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