धन भाव में का 12 भावो में का | kundali ka दूसरा bhav

कुंडली में धन भाव या कुंडली का दूसरा भाव का कुंडली के 12 भावो में फल 

कुंडली में करोड़पति आप कब बनेंगे ?

कुंडली के दूसरे भाव को धन भाव का कहा जाता है |


कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का प्रथम घर में फल 

यदि धन भाव का स्वामी लग्न या कुंडली की पहले घर में हो तो ऐसे व्यक्ति धनि होता है | धनभाव के स्वामी का लग्न में होने से कंजूस होता है पर साधन सपन्न होता है| यह योग अच्छा  माना जायेगा |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का दूसरे घर में फल 

यदि धन भाव का स्वामी धन भाव में ही बैठा हो तो ऐसा व्यक्ति धनवान बनेगा, भ्रमण शील होता, परन्तु शारीरिक कष्ट मिलता है पर पढाई अच्छी होती है |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का तीसरे घर में फल 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है ऐसा व्यक्ति अपना लघु व्यवसाय में लगता है, और पैसा कमाता है कभी कभी कलह प्रिय होता है, और ठीठ भी हो सकता होता है पर धन अच्छा कमाता है | स्वभाव रुद्ध हो जाता है |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का चौथे घर में फल 

ऐसा व्यक्ति का पिता से अच्छा धन पाता है| पैतृक सम्पत्ति मिलती है, दयालु होता, सत्य वादी होता है यहा भी कुंडली के धन भाव का चौथे भाव में होना अच्छा माना जायेगा ..ऐसे व्यक्ति को माता से भी अच्छा लाभ होता है |


कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का पाचवे घर में फल 

माना जाता है धन भाव का स्वामी यदि कुंडली के चौथे घर में बैठा हो तो ऐसा व्यक्ति पुत्रो से विशेष स्नेह रखता है, पुत्रो के लिए बहुत अधिक धन सम्पत्ति छोड़ के जाता है, ऐसा व्यक्ति विलासी होगा सुखी होगा सर्व शुखी होगा, कभी कभी कंजूस भी होगा |


कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का छठवे घर में फल 

धन के स्वामी का छठवे भाव में होने से अच्छा नही माना जाता | यहा यह योग क़र्ज़ का योग बनाता है | जीवन में कई बार क़र्ज़ की सिथ्ती आएँगी क़र्ज़ से पीड़ित होगा, वाणी से शत्रु पैदा करेगा दन्त मसुडो से सम्बंथित समस्ये हो सकती है |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का सातवे घर में फल 

सप्तम भाव में जाने से ऐसे जातक की पत्नी धन संग्रह करने वाली होती है पत्नी के पास गुप्त धन होता है | पत्नी अच्छी होती है ऐसा व्यक्ति पत्नी के एकाउंट में पैसा रखे तो ज्यादा सेफ रहता है| या पत्नी को व्यवसाय में पार्टनर बना लेना चाहिए|
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कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का आठवे घर में फल 

धन की वजह से कलह होता है धन की वजह से परिवार में झगडे होते है धन की कमी के कारण आत्म घाती कदम उठा लेता है कुछ ना कुछ ऐसा काम करता है जिससे धन की हानि हो जाती है यह दूसरे भाव का सव्मी अच्छा रिजल्ट नही होता है यहा उपाय करना चाहिए’ |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का नौवे घर में फल 

ऐसे व्यक्तियो का धार्मिक कार्यो में पैसा खर्च होता है, मंदिर आदि के कार्यो में पैसा खर्च करेगा ऐसा व्यक्ति भाग्यवान होता है |


कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का दसमे घर में फल 

यह योग बहुत अच्छा माना जाता है ऐसे व्यक्ति के धन का उपयोग पिता करता है पिता को सुख साधन मिलेंगे पिता के जीवनं को आसन बनाएगा ऐसे व्यक्ति की समाज में प्रतिष्टा होती है कभी कभी ऐसे व्यक्तियों का बहु स्त्री योग भी बनता है |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का ग्याहरवे घर में फल 

धनभाव के स्वामी का दूसरे भाव में होने से ऐसा व्यक्ति बहुत अच्छा पैसा कमाता है| पैसा अच्छा संग्रह भी करता है, और सारी मनोकामनाए पूरी होती है |

कुंडली के दूसरे भाव के स्वामी का बाहरवे घर में फल 


क़र्ज़ का योग बनता है , व्यक्ति गलत कार्यो में धन खर्च कर देता है ऐसा व्यक्ति विदेश जाके भी धन अच्छा कमाता है गलत संगती करेगा | यहा धनेश का उपाय करना चाहिए |

कुंडली में करोड़पति बनने का योग-

यदि दूसरे घर का सम्बन्ध लग्नेश या दशमेश या नवमेष से हो जाये तो करोड़पति योग बनता है | पर याद रहे गृह अस्त नही होना चाहिए और नीच नामांश में ना हो | 


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